यह किताब एक व्यक्ति के जीवन और उसके अनुभवों का वर्णन करती है, जिसने अपने पूरे जीवन में जंगलों के बीच रहकर अपना और अपने परिवार का पालन-पोषण किया। लेखक, जो स्वयं को प्राथमिक लेखक नहीं मानते, ने अपने पहले प्रयास में जंगल की विभिन्न पहलुओं का चित्रण किया है। किताब में जंगल की सुबहों और शामों का विवरण है, साथ ही दया, क्रोध, परोपकार, और स्नेह जैसे मानवीय भावों को भी दर्शाया गया है। यह किताब उन विशेष क्षणों को साझा करती है जो लेखक ने जंगल में बिताए, और यह दिखाती है कि कैसे जंगल ने उनके बचपन की दिशा को एक निश्चित रूप दिया। लेखक इस किताब के माध्यम से पाठकों को उनके जीवन की गहराईयों में ले जाते हैं, और उन्हें जंगल की जीवन शैली का अनुभव कराते हैं। यह किताब न सिर्फ एक व्यक्तिगत यात्रा का वर्णन करती है, बल्कि यह प्रकृति और मानवता के बीच के गहरे संबंधों को भी उजागर करती है। लेखक अपने पाठकों से उम्मीद करते हैं कि वे किसी भी अनजाने में हुई गलती के लिए उन्हें क्षमा करेंगे, क्योंकि यह उनका पहला लेखन प्रयास है।